भानगढ़ किला Bhangarh Fort

भानगढ़ किले का निर्माण 17वीं शताब्दी में राजा भगवंत दास ने करवाया था, जो एक राजपूत शासक और मुगल सम्राट अकबर के सेनापति मान सिंह प्रथम के छोटे भाई थे। किले का निर्माण अरावली पर्वतमाला में एक पहाड़ी पर एक रक्षात्मक संरचना के रूप में किया गया था, जिसका उद्देश्य जयपुर और मध्य भारत के बीच व्यापार मार्गों की रक्षा करना था भानगढ़ के विनाश के और भी कई किस्से प्रचलित हैं, लेकिन सर्वाधिक चर्चित कहानी यह है कि इस राज्य में तांत्रिकों, साधुओं और ज्योतिषियों को बेहद सम्मान हासिल था। महाराजा छतर सिंह की रानी रत्नावती तीतरवाड़ा की बेटी थी, वह बेहद रूपवती तो थी ही, तंत्र-मंत्र की विधाओं में भी पारंगत थी. कहा जाता है कि सिंघा नाम के एक तांत्रिक ने भानगढ़ के बारे में जब यह सुना कि यहां तांत्रिकों का सम्मान किया जाता है तो वह यहां पहुंच गया और महल के सामने स्थित एक पहाड़ी पर अपना स्थान बनाकर साधना करने लगा। जाने कैसे! कभी उसने पहाड़ी से रानी को देख लिया और उसके सौंन्दर्य पर मोहित हो गया। वह अच्छी तरह जानता था कि बिना तांत्रिक शक्तियों का प्रयोग किए रानी त...